रात की बात मुझसे हुई खामोश रहे कुछ लम्हे दोनों फिर लंबी बात हुई … डर नहीं लगता, क्या तुमको? उसने पूछा, सहम सहम कर मैं ख़ुद हूँ डरा, और चकित हूँ मुझसे मिलने क्यों आया कोई … फ़िर व्यथा अपनी सुनाई मेरे बारे कुछ पूछा नहीं कई अरसे का बांध भरा था आज अचानकContinue reading “The night spoke”
Category Archives: Hindi poem
Ab sab poora sa lagne laga hai
ख्वाहिशें कुछ कम सी हो गई हैं खुश आजकल कुछ ज़्यादा रहने लगा हूँ … कम भी अब ज़्यादा लगने लगा है अपनी पुरानी चादर में रयीस सा लगने लगा हूँ … किसी रियासत का मालिक नहीं सारा जग अपना सा लगता है ढूँढता नहीं कोई ठिकाना हर ठिकाना अब अपना सा लगने लगाContinue reading “Ab sab poora sa lagne laga hai”
What’s there to lose
What would you do if you lost all your possessions? उम्र बीत गई तुझे मिला क्या है खोके सब कुछ तुझे गिला क्या है … Having lived life You got nothing By losing everything Why are you sad?
Teri dhun mein rehta hoon
हर काम अधूरा करता हूँ हर बार, वक्त से पीछे रहता हूँ कुछ रखता हूँ यादों में और कुछ भुलाया करता हूँ तेरी ही धुन में रहता हूँ यूँ ही, हर वक्त, मगन एक ये काम, मुक्कम्मल बेशक, मैं पूरा करता हूँ
Kuch der aur. Sona chahta hoon
कुछ पढ़ना नहीं लिखना चाहता हूँ और थोड़ी देर सोना चाहता हूँ … अगर रास्ते में हूँ तुम्हारे तो सरका दो या बैठो मेरे साथ चुप चाप, इत्मिनान से … वक्त को भरना नहीं गुज़रते हुए देखना चाहता हूँ बारिश से बचना नहीं जी भर के भीगना चाहता हूँ … अगर कुछ छींटे तुमपर गिरContinue reading “Kuch der aur. Sona chahta hoon”
In your memories
What do you love about where you live? तुम्हारी बाहों में तुम्हारी साँसों में रहता हूँ ऐसी और कोई जगा नहीं जहाँ रहना चाहता हूँ हाँ हर वक्त तेरी यादों में रहना चाहता हूँ
The book ends…and I am yet not sleepy
Have you ever felt the mixed feeling when the book is over. You feel maybe it could linger with you a bit longer. But like everything else, it also must end. But you still wait for a few words more… Another day to live…a few more hour with the beloved. One more hug… A lastContinue reading “The book ends…and I am yet not sleepy”
My little twinkling star
तेरे मेरे जैसा पर कुछ हमसे अलग कुछ नायाब बस सबसे अलग एक हीरा एक गुलाब महकाता हर महफ़िल और रोशन रखता हर मंज़र मेरा अंश है पर मुझसे अधिकतुझको सिखाया था अब तुझसे सीखते हैं ख़ुश रहने का सबकहर बार नया, तुझमें देखते है है तू नहीं, सिर्फ़ हमारी ख़ुशी मैंने जाना, तू साक्षातContinue reading “My little twinkling star”
Bohut zaruri ho
है मालूम तुमको, सबको पता है मुझे तुमसे बेहद मोहब्बत है, पर ये इज़हारबहुत ज़रूरी है हो तुम हमारे, फिर भी हर बार खुदा से करी तुम्हारी ख्वाहिश,हाँ ये इल्तिजा बहुत ज़रूरी है कौनसे मौक़े की तलाश है हर लम्हा मुबारक है आज तो कह दिया हमेश कहते रहना बहुत ज़रूरी है हाँ किए हैंContinue reading “Bohut zaruri ho”
Kaise pehchanoge
कैसे पहचानोगे जो ख़ुद ने छिपा रखा है वो चेहरा अलग है जो नज़रों ने बना रखा है कई बार कोशिश की नक़ाब उतार फेंक देने की नक़ाब नज़रों ने अलग सा पहना रखा है जिस दिन अपना कवच निकाल, नंगे बदन में, दुनिया से मिलूँगा ख़ुद को दुनिया में दुनिया को खुदको में पाऊँगाContinue reading “Kaise pehchanoge”
