
है धुआँ
ये जहां
उड़ता हुआ
बहता हवाओं में
फिर मिलता है
इन फ़िज़ाओं में कहाँ
उस आग से निकला
उस आग में दफ़न
तू पहले था कहाँ
और कल होगा कहाँ
ना तुझे खबर
ना कोई ग़ुमा
ये जहां
है बस धुआँ
है धुआँ
ये जहां
उड़ता हुआ
बहता हवाओं में
फिर मिलता है
इन फ़िज़ाओं में कहाँ
उस आग से निकला
उस आग में दफ़न
तू पहले था कहाँ
और कल होगा कहाँ
ना तुझे खबर
ना कोई ग़ुमा
ये जहां
है बस धुआँ
I am a dreamer I weave tales in my mind I am connected to you through these words through this screen across the virtual world I and my tales within View more posts