
चलो
रह जाते हैं
इस लम्हे में कहीं
ए ज़िंदगी
तू गुज़र जा
चलो
रह जाते हैं
इस मुस्कुराहट में कहीं
ए उदासी
तू गुज़र जा
चलो
बन जाते हैं
एक ख़ूबसूरत सी याद
ए समय
तू गुज़र जा
बड़ी जल्दी है
ए ज़िंदगी तुझे
तेरे बेसब्र पैरों तले
कुचले गए
फ़ुरसत भरे लम्हे
कई
ढूँढोगे जब
वो ख़ुशी
ओर वो
महकाती हँसी
छोड़ा था जहां
पाओगे वहीं
उस आख़री मोड़ पे
उस ढलती शाम को
रुक जाओगे
जब थक कर कभी
मुस्कुराता हुआ मिलूँगा
इस लम्हे में यहीं