दोस्तों की महफ़िल हैछलकेंगे पैमानेक़िस्सों का सिलसिला चलेगाबनेंगे कई फ़साने वक्त नया हैनए दोस्त, नए याराने हैंपर जब भी मिलेंगे वो दोस्तगूंजे वही तराने हैं कई साल पुरानी बात हैकई साज़ और ताल मिलाने हैंफिर वहीं से शुरू करेंगेवही रस्ते वही मोड़ पुराने है कुछ तो है जो जोड़े रखता हैरिश्ता तो कोई नहीं हैवक़्तContinue reading “Doston ki Mehfil”
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Rhythmic dust clouds
Enthralled,
by the faraway drum beats
Oblivious of the rhythmic dust cloud
Under the involuntary foot taps
Unseen, unheard
Yet there…somewhere