Salagirah (Anniversary)

है सालगिरह आज लगता है पहली रात है बहुत साल हो गयेपर आज भी वैसा ही है चेहरे की झुर्रियों से उम्र का एहसास है दिल रूमानी कल भी था आज भी कुछ वैसा ही है कदम धीमे और लड़खड़ाने लगे हैं हाथों में हाथ कल भी था आज भी कुछ वैसा ही है तस्वीरेंContinue reading “Salagirah (Anniversary)”

Toh aur kya hai?

समय की बदलती रेत पर ठंडी लहरों का खेल मेरे गालों पर, ये तुम्हारी, ग़ुस्ताख़ उँहलियाँ नहीं तो और क्या है नरम धूप से पिघलती ओससुबह सुबह नींद से भरी ये तुम्हारी, वो आँखें नहीं तो और क्या है ये महकती हवाजो मुझे मदहोश कर दे ये तुम्हारी, गरम साँसें नहीं तो और क्या हैContinue reading “Toh aur kya hai?”

वहां हमेशा तक

यूहीं साथ चलेकुछ देर तककुछ दूर तक यूहीं साथ चलेकदमों के निशानसमय की रेत पर ऐसा लगा कल की बात हैसाल २२ बीत गए बातों बातों में वक़्त का पता ना चलाकई कहानियां कह गए कुछ मीठे कुछ तीखेकई पकवान सज गए जिस्म अलहदा सहीअपने काम में मशरूफ कभीएहसास गहरे रह गए कदम साथ यूंContinue reading “वहां हमेशा तक”