Tumse main hoon

तुम अलग नहीं
तुम मुझमें हो
आपस में कोई
फ़ासला नहीं

एक मुलाक़ात
बरसों पहले हुई थी
पहली मुलाक़ात
बादलों में हुई कभी

सफ़र सदियों का है
राह साथ गुज़ारी है
ज़िंदगी की रेत पर
कदमों के निशान दो नहीं

साथ जो गुज़रा
हर लम्हा बेमिसाल
असल में या ख़्वाबों में
तुम्हारे बिना कोई पल नहीं

नाम जुड़ गया है
ख़्वाब और उम्मीदें जुड़ गयीं हैं
एक हस्ती है
मेरी अलग कोई पहचान नहीं

तुम अलग नहीं हो
कोई और नहीं
मुझसे तुम हो
तुमसे में हूँ

Published by Echoes of the soul

I am a dreamer I weave tales in my mind I am connected to you through these words And through this screen across the virtual world

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