मैं कौन हूँ
जानती हूँ
किसी नाम से सीमित नहीं
क्या चाहती हूँ
जानती हूँ
किसी सहारे की ज़रूरत नहीं
किसकी तलाश है
जानती हूँ
में अपने आप में पूरी हूँ, ये मानती हूँ
देवी हूँ, पूजा होती है मेरी
जानती हूँ
पर बस औरत रहना चाहती हूँ
मेरी फ़िक्र है तुम्हें
मैं जानती हूँ
पर अपना ख़्याल खुद रखना जानती हूँ
शक्ति हूँ
सक्षम हूँ
औरत हूँ अपने आप को पहचानती हूँ
Aptly put
Beautiful lines by the most charming person😍
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The ideal of a woman. Well said.
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Thanks Achan
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Touched my heart…so qell written about women 👌👌👏👏
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Thanks Anju 🙏🙏🙏
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