तुम वो रात हो
वो नींद हो
तुम वो सुबह हो
तुम यहीं हो
ख़्वाब हो
साँस हो
यहीं मेरे पास
हर पल में हो
वो धुन हो
जिसे गुनगुनाया है
वो याद हो
जिसे मुस्कुराया है
तुम हो वहाँ
जहां मंज़िल है
क़रीब हो, दूर हो
जहां जाना है
मेरा कौन हो
क्या नाम रखूँ
रिश्ता नहीं
मेरी पहचान हो
तुम आज हो
मेरा कल भी
क्या और है मुझमें
मेरा सब कुछ हो