कौनसा पिटारा लेके जाओगे
क्या क्या पसंद आया है
कितनी लम्बी उम्र है
उसमें कितनी ज़िंदगी है
समेटने में उम्र गुज़ारी है
इन संदूक़ों का क्या होगा
बहुत भारी हो गयी है
इस भोझ का क्या होगा
दुआओं का पिटारा भरना है
खवायिशों का पेट कहाँ भरा है
हाथ ख़ाली रहने वाले हैं
जहां अगले सफ़र पे जाना है