मैं कौन हूँजानती हूँकिसी नाम से सीमित नहीं क्या चाहती हूँजानती हूँकिसी सहारे की ज़रूरत नहीं किसकी तलाश हैजानती हूँमें अपने आप में पूरी हूँ, ये मानती हूँ देवी हूँ, पूजा होती है मेरीजानती हूँपर बस औरत रहना चाहती हूँ मेरी फ़िक्र है तुम्हेंमैं जानती हूँपर अपना ख़्याल खुद रखना जानती हूँ शक्ति हूँसक्षम हूँऔरतContinue reading “Shakti hoon, Saksham hoon”
