हर दिन का हिसाब है
बुने नए कई ख्वाब हैं
कुछ रह गए खयालों में
कुछ हकीकत कि मिसाल हैँ ।
ख्वाबों से जिंदगी चुराई है
दिल भर कर जिया है।
हर लम्हा अनमोल था
यादों में कैद किया है।
यादों की चुस्की लेकर
फिर उन दिनों का मज़ा लेंगे
ख्वाबों का क्या है
फिर हिसाब लगा लेंगे