अपनी स्याही
अपने किरदार
एक कहानी हो गयी
एक से मोहबत
और एक से नफरत
क्या कहानी हो गयी
नाम किरदार का याद रहा
अपनी पहचान भूल गए
कहानी, एक सच्चाई हो गयी
किरदारों से वाह वाह
ये अब कैसी उम्मीद है
अजब बेबसी हो गयी
नए रंग की दवात ली है
नए रंगों से नए किरदार लिखेंगे
एक हसीन कहनी हो गयी